स्तन कैंसर को विकसित करने वाले मुख्य कारकों में व्यायाम की कमी, मोटापा, शारीरिक गतिविधि, धूम्रपान, शराब पीना, आयनकारी विकिरण, पारिवारिक इतिहास, उम्र बढ़ना, मासिक धर्म और एस्ट्रोजन शामिल हैं। स्तन कैंसर के पारिवारिक इतिहास वाली महिलाओं में स्तन कैंसर को कम करने के लिए स्तनपान गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए (1)। स्तन कैंसर का इलाज मैमोग्राफी स्क्रीनिंग (mammography screening) और कीमोप्रिवेंटिव दवाओं (chemopreventative drugs) द्वारा किया जाता है (2)।
व्यायाम और वजन नियंत्रण
नियमित व्यायाम स्तन कैंसर के खिलाफ शारीरिक और मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है (3)। रजोनिवृत्ति से पहले और रजोनिवृत्ति के बाद वजन बढ़ने से स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है (4)। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि रजोनिवृत्ति से पहले या बाद में वजन घटने से रजोनिवृत्ति के बाद स्तन कैंसर का खतरा कम हो जाता है। 25-40% रजोनिवृत्ति के बाद स्तन कैंसर का खतरा शरीर के वजन घटाने से 5% कम हो जाते हैं (5)। महिलाओं को स्तन कैंसर को रोकने या कम करने के लिए व्यायाम करके वजन नियंत्रित करने का सुझाव दिया जाना चाहिए।
शारीरिक गतिविधि
रजोनिवृत्ति (Menopausal) से पहले और बाद में महिलाओं में शारीरिक गतिविधियों से स्तन कैंसर का खतरा कम हो जाता है। यह उम्मीद की जाती है कि शारीरिक गतिविधि जो स्तन कैंसर के जोखिम को कम करती हैं वो विभिन्न जैविक मार्गों (biologic pathways) के साथ परस्पर जुड़ी हुई हैं, जिसमें मोटापा (adiposity), इंसुलिन प्रतिरोध (insulin resistance), सेक्स हार्मोन (sex hormones), पुरानी सूजन (chronic inflammation) और एडिपोकिंस (adipokines) शामिल हैं (6) । स्तन कैंसर से बचने के लिए महिलाओं को शारीरिक रूप से सक्रिय रहना चाहिए।
शराब छोड़ना
शराब पीने से स्तन कैंसर होने की संभावना अधिक हो जाती है (7)। शराब रक्त में एस्ट्रोजन से संबंधित हार्मोन के स्तर को बढ़ा सकता है और एस्ट्रोजन रिसेप्टर मार्ग (estrogen receptor pathways) को सक्रिय कर सकता है। कुछ जांचों में बताया गया है कि प्रति दिन 35-44 ग्राम शराब का सेवन स्तन कैंसर के खतरे को 32% तक बढ़ा सकता है, प्रति दिन अतिरिक्त 10 ग्राम अल्कोहल (8) के सेवन स्तन कैंसर का खतरा 7.1% बढ़ जाता है (8)। स्तन कैंसर से बचने के लिए मादक पेय पदार्थों का सेवन बंद किया जाना चाहिए।
धूम्रपान छोड़ना
एक अध्ययन ने पुष्टि की थी कि धूम्रपान न करने वालों की तुलना में धूम्रपान करने वालों में स्तन कैंसर की घटना 24% अधिक थी और धूम्रपान न करने वालों की तुलना में पूर्व धूम्रपान करने वालों में 13% अधिक थी (9) । इसलिए धूम्रपान से महिलाओं को बचना चाहिए।
स्तनपान
स्तनपान स्तन कैंसर से बचाव करता है। कम या कम अवधि तक स्तनपान महिलाओं में स्तन कैंसर की घटना का कारण बनता है। स्तनपान से विकसित देशों की महिलाओं में 70 साल की उम्र तक स्तन कैंसर के मामले आधे से ज्यादा कम हो जाते हैं (10) । इसलिए स्तनपान कराने से महिलाओं को स्तन कैंसर से बचाया जा सकता है।
आयनित विकिरण
आमतौर पर विकिरण-प्रेरित कैंसर के विकास में पांच या अधिक वर्षों का समय लगता है। बच्चों में स्तन रेडियोसेंसिटिव अंग होते हैं। जिन शिशुओं को हेमांगीओमा (hemangioma) के उपचार के लिए औसतन 30 cGy विकिरण और बढ़े हुए थाइमस के उपचार के लिए 70 cGy विकिरण दिया जाता है उनमें 250% अतिरिक्त स्तन कैंसर की संभावना बढ़ जाती है (11)। विकिरण से स्तन कैंसर का खतरा 50 वर्षों तक बना रहता है। किशोर लड़कियों या युवा महिलाओं में तपेदिक (टीबी) के इलाज के लिए उपयोग किए जाने वाले छाती के एक्स-रे की वजह से स्तन कैंसर से मृत्यु दर बढ़ जाता (12) है। कार्डिएक और चेस्ट सीटी स्कैन से महिलाओं और विशेष रूप से युवा महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है और बार-बार स्कैन करने से खतरा और बढ़ जाता है (13)। बचपन में चिकित्सीय विकिरण द्वारा कैंसर के उपचार से भी स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है (14)।
परिवार के इतिहास
सभी स्तन कैंसर के मामलों में से लगभग एक चौथाई पारिवारिक इतिहास से जुड़े होते हैं। जिन महिलाओं की मां या बहन को स्तन कैंसर है, उनके इस रोग से पीड़ित होने की आशंका अधिक होती है और यह स्तन कैंसर से संबंधित जीन (gene) जैसे BRCA1 और BRCA2 में उत्परिवर्तन (mutations) के कारण होता है (15)। स्तन कैंसर के पारिवारिक इतिहास वाली महिलाएं रोकथाम के लिए विशेष कदम उठा सकती हैं, इसलिए महिलाओं के लिए यह आवश्यक है कि वे अपना पारिवारिक इतिहास एकत्र करें और डॉक्टर या आनुवंशिक परामर्शदाता (genetic counselor) के संपर्क में रहें।
उम्र बढ़ना
उम्र बढ़ना स्तन कैंसर के महत्वपूर्ण कारकों में से एक है, क्योंकि स्तन कैंसर की घटना बढ़ती उम्र के साथ काफी हद तक जुड़ी हुई है। 2016 में, अमेरिका में स्तन कैंसर से होने वाली सभी मौतों में से लगभग 99.3% और 71.2% क्रमशः 40 और 60 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में दर्ज की गईं (16)। इसलिए, 40 या उससे अधिक उम्र की महिलाओं में समय पर मैमोग्राफी जांच (mammography screening) आवश्यक है।
प्रजनन कारक (Reproductive factors)
प्रजनन कारक जैसे समय से पहले मासिक धर्म, देर से रजोनिवृत्ति (menopause) और पहली गर्भावस्था (pregnancy) देर से होना स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं। रजोनिवृत्ति में प्रत्येक एक साल की देरी से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 3% बढ़ जाता है। पहले मासिक धर्म में प्रत्येक एक वर्ष की देरी या प्रत्येक अतिरिक्त शिशु जन्म (child birth) से स्तन कैंसर का खतरा क्रमशः 5% या 10% कम हो जाता है। 11 साल की उम्र से पहले पहला मासिक धर्म स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ाता है, जबकि 14 साल बाद पहला मासिक धर्म स्तन कैंसर की आशंका को कम करता है(17)।
Endogenous और exogenous estrogens
Endogenous और exogenous estrogens दोनों स्तन कैंसर से संबंधित हैं। Endogenous estrogens आमतौर पर प्रीमेनोपॉज़ल चरण (premenopausal stage) में अंडाशय (ovary) द्वारा निर्मित होता है और महिलाओं में अंडाशय सर्जरी द्वारा हटाने से स्तन कैंसर का खतरा कम हो सकता है (18)। Exogenous estrogens के मुख्य स्रोत हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (hormone replacement therapy, HRT) और मौखिक गर्भनिरोधक (oral contraceptives) हैं। हालांकि, मौखिक गर्भनिरोधक उन महिलाओं में स्तन कैंसर के खतरे को नहीं बढ़ाते हैं जो 10 साल से अधिक तक इनका उपयोग करने से रोकती हैं (19)। हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी रजोनिवृत्ति या पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं के लिए exogenous estrogens या अन्य हार्मोन के संचालन के लिए एक चिकित्सा है। कई अध्ययनों ने बताया है कि एचआरटी गंभीर स्तन कैंसर को बढ़ावा दे सकता है (20)।
स्क्रीनिंग (Screening)
स्तन ट्यूमर (breast tumor) को सर्जरी द्वारा अलग किया जा सकता है और मेटास्टेसिस (metastasis) के प्रारंभिक चरण में कीमोथेरेपी द्वारा इसका इलाज किया जा सकता है। प्रारंभिक निदान (Early diagnosis) स्तन कैंसर की रोकथाम का सबसे अच्छा तरीका है। मैमोग्राफी स्तन कैंसर की जांच का एक सफल तरीका है और पूरी परीक्षण प्रक्रिया में केवल 20 मिनट लगते हैं (2)।
रासायनरोकथाम (Chemoprevention)
दो चुनिंदा दवाएं, टेमोक्सीफेन (tamoxifen) और रालोक्सिफेन (and raloxifene) महिलाओं में स्तन कैंसर को रोकती हैं। Tamoxifen पहली दवा है जिसे रजोनिवृत्ति से पहले और बाद की महिलाओं में लागू करने के लिए अनुमोदित किया गया है। एफडीए (FDA) द्वारा अनुमोदित दोनों दवाओं के कुछ दुष्प्रभाव हैं (1)। ये सभी के लिए सुरक्षित नहीं हैं। इसलिए इन दोनों दवाओं के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है।